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Tuesday 27 February 2024

Geetmala fame Ameen Sayani

Geetmala Fame Ameen Sayani Passes Away Due To Heart Attack At Age Of 91

बिनाका गीतमाला' के राजा अमीन सयानी नहीं रहे
91 की उम्र में उनका निधन हार्ट अटैक से हो गया
21 दिसंबर, 1932 को मुंबई में अमीन सयानी का जन्म 
20 फरवरी 2024 को मुंबई के एक अस्पताल में निधन

बहनों और भाइयों, आपका दोस्त अमीन सयानी.....यह सुनहरी आवाज अब चुप हो चुकी है। जादुई आवाज का सरताज, रेडियो का राजा भले ही इस दुनिया को अलविदा कह गए, मगर उनकी आवाज इस कायनात में गूंजती रहेगी। "  उन्होंने अपने शानदार अंदाज और दमदार आवाज से लोगों को रेडियो का दीवाना बना दिया था। वे अपनी मनमोहक आवाज और आकर्षक शैली के लिए जाने जाते थे।
अमीन सयानी की आवाज जब रेडियो पर गूंजती थी तो श्रोता रेडियो से चिपकते चले जाते थे। ऐसा महसूस होता था वह सामने बैठकर हमसे बातें कर रहे हैं।
जब देश में रेडियो ही मनोरंजन और प्रसारण का मुख्य स्रोत हुआ करता था, तब उनकी आवाज नंबर एक पर था और 50 साल तक रेडियो के श्रोताओं के दिलों पर राज किया। 91 की उम्र में 20 फरवरी 2024 को उस  राजा का निधन हो गया है। उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। 
21 दिसंबर, 1932 को मुंबई में अमीन सयानी का जन्म हुआ था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत इंग्लिश ब्रॉडकास्टर के रूप में की थी। हालांकि आजादी के बाद हिंदी की तरफ रुख कर लिया और पीछे मुड़कर नहीं देखा। इन्होंने 54,000 रेडियो कार्यक्रम किये और 19,000 जिंगल्स भी गाए हैं। 'बिनाका गीतमाला' को जीनेवाला अमीन सयानी इस कार्यक्रम का पर्याय बन चुके थे। इस वजह से उनका नाम लिम्का बुक्स ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है।
अमीन सयानी ने 1952 में प्रसारित शो 'गीतमाला' से लोकप्रियता हासिल की थी। हम यह भी कह सकते हैं कि सयानी ने अपनी आवाज से गीतमाला को लोगों का धड़कन बना दिया था। उस जमाने में नंबर वन रहा ये शो लंबे समय तक प्रसारित हुआ। 1952 से शुरू हुआ ये 1994 तक चला था। इसके बाद इसे दोबारा 2000 से 2001 और फिर 2001-2003 तक कुछ बदलावों के साथ दोबारा टेलीकास्ट किया गया। वह रेडियो/विविध भारती के सबसे जाने-माने अनाउंसर व टॉक शो होस्ट में से एक थे। चार्ट-टॉपिंग हिट्स वाला गीतमला कार्यक्रम दक्षिण एशिया का एक बेहतरीन कार्यक्रम साबित हुआ।

उनके बेटे राजिल सयानी ने बताया कि 20 फरवरी की रात अस्पताल में अमीन सयानी ने अंतिम सांस ली। हार्ट फेल होने के कारण उनका निधन हुआ है।

'गीतमाला' से अमीन सयानी पहले होस्ट बन गए थे, जिन्होंने म्यूजिक के बारे में अपनी समझ को शो के जरिए जाहिर किया था। उन्होंने अपनी जादूई आवाज से श्रोताओं पर सालों राज किया। उनके सामने तो बड़े-बड़े कलाकार भी घुटने टेकते थे। एक बार बड़ा दिलचस्प माजरा हुआ था। उनकी मौत की झूठी अफवाह उड़ी थी। इस पर उन्होंने कोई ऐसी बात नहीं की, जो किसी के  दिल पर चोट लगे। इसका उन्होंने मुस्कुरा कर जबाव दिया था कि शुक्र है कि मैं जिंदा हूं। इस तरह अमीन सयानी ने भारत में रेडियो को लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभाई। वे अपनी बुद्धि, ज्ञान और आकर्षक प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देते थे।

अमीन सयानी का बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन के साथ एक दिलचस्प किस्सा है। कहा जाता है कि शुरुआती दिनों में जब अमिताभ बच्चन संघर्ष कर रहे थे तब वे रेडियो में बतौर रेडियो अनाउंसर के लिए टेस्ट देने गए थे। वहां उनका पाला अमीन सयानी से पड़  गया था।अमीन सयानी ने ही उनका टेस्ट लिया। आज अपनी बुलंद आवाज के लिए प्रसिद्ध अमिताभ बच्चन को उस वक्त अमीन सयानी ने रिजेक्ट कर दिया था। इस वाकये का जिक्र वह खुद कई बार कर चुके थे और उन्होंने यह भी कहा था कि उन्हें इस बात का मलाल हमेशा रहेगा। 
अमीन सयानी ने भूत बंगला, तीन देवियां, कत्ल जैसी फिल्मों में अनाउंसर के तौर पर भी काम किया था। रेडियो पर सितारों पर आधारित उनका शो ‘एस कुमार्स का फ़िल्मी मुकदमा’ भी काफ़ी लोकप्रिय रहा था।
बताया जाता है कि अमीन सयानी हाई ब्लड प्रेशर समेत कई अन्य बीमारियों से ग्रसित थे। पिछले एक दशक से उन्हें पीठ दर्द‌ की भी शिकायत थी । इस कारण उन्हें चलने‌ के लिए वॉकर‌ का इस्तेमाल करना पड़ता था। अंत में उनके बेटे राजिल सयानी ने इस खबर की पुष्टि की और कहा कि अमीन सयानी ने 20 फरवरी की रात मुंबई के अस्पताल में अंतिम सांस ली है। 91 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।
उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में इच्छा जाहिर की थी कि इस दुनिया से जाने से पहले वह अपनी एक आत्मकथा लिखना चाहते हैं। जीवन की तमाम बातें उसमें साझा करना चाहते हैं, जिससे आने वाली पीढ़ी उस बारे में जान सके। 

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