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Saturday 22 August 2020

बिहार में सिर्फ बिहारी मास्टर

 


शिवराज सिंह चौहान के रास्ते पर चले नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रास्ते पर निकल पड़े। यहां प्राथमिक विद्यालय में  सिर्फ बिहार के लोगों को ही नौकरी मिलेगी।  इसी महीने कुछ दिन पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी कि यहां सिर्फ अपने राज्य के लोगों को ही सरकारी नौकरी मिलेगी।  इसके लिए कानूनगत व्यवस्था की जाएगी।

बिहार के निवासी ही आवेदन कर सकेंगे

 शनिवार को बिहार सरकार की ओर से अधिसूचित बिहार राज्य नगर प्रारंभिक विद्यालय सेवा तथा बिहार राज्य पंचायत प्रारंभिक विद्यालय सेवा (नियुक्ति, प्रोन्नति, स्थानांतरण, अनुशासनिक कार्रवाई एवं सेवाशर्त) नियमावली, 2020 में इसका स्पष्ट प्रावधान कर दिया गया है कि बिहार में इन दोनों नियोजन नियमावलियों के तहत नियुक्ति में बिहार के निवासी ही आवेदन कर सकेंगे। 

72 हजार शिक्षक पद सिर्फ बिहारियों के लिए

स्पष्ट है कि अगले कुछ दिनों में करीब 72 हजार सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षक पद पर सिर्फ और सिर्फ बिहार के निवासी ही नियुक्त हो सकेंगे। अब झारखंड के लोगों को भी इसमें एंट्री नहीं मिलेगी। हालांकि  2006 से राज्य में लागू माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों के नियोजन में यह व्यवस्था लागू है। इसके तहत बिहार के हाईस्कूलों और 10 प्लस 2 में केवल बिहार के निवासी ही नियुक्त हो रहे हैं। वर्ष 2012 से लागू नियोजन नियमावली में इसका स्पष्ट उल्लेख नहीं होने से दूसरे राज्यों के खासकर सीमाई इलाकों में पड़ोसी राज्यों के भी कुछ शिक्षक नियुक्त हो गये हैं।  ऐसे में प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्त में  करीब आठ वर्षों के अंतराल के बाद एक बार फिर बिहार के अभ्यर्थियों तक ही 72 हजार प्राथमिक स्कूलों में नियुक्ति का अवसर केन्द्रित कर दिया है। 


1 comment:

  1. बिहार वासियों को बघाई

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