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Sunday 4 July 2021

महंगाई पर तनी काबू करिए सरकार

प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर मोदी जी, शायद आप भूल गए होंगे कि 2014 में आप क्या कह कर सत्ता पर काबिज हुए थे। आपको याद नहीं हो तो मैं याद करा रहा हूं। आपने कहा था - बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार। हमसब भी दौड़े-दौड़े आपको वोट डाले। शायद मोदी जी कुछ नया करेंगे। महंगाई को नियंत्रित करेंगे। सबको सम्मान के साथ खाना मिलेगा। रहने के लिए घर मिलेगा। लोगों को रोजगार मिलेगा। हर आंगन में खुशहाली होगी। लेकिन, दुख है कि भारत में महंगाई दर करीब 13 फीसदी है। तनी इस पर काबू करिए ताकि भारत की सामान्य जनता गर्व से कह सके यह है मोदी सरकार।


महंगाई पर एक झलक
वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, मासिक डब्ल्यूपीआई पर आधारित महंगाई की वार्षिक दर वर्तमान में 12.94 फीसदी हो गई है।
ईंधन पर महंगाई एक महीने में 17 फीसदी तक बढ़ी है।
खुदरा महंगाई की दर 6 फीसदी को पार कर गई। यह पिछले छह महीने में सबसे ज्यादा है।
डर लगनेवाली बात यह है कि खुदरा महंगाई पर काबू नहीं किया गया तो बैंक अपने ऋण पर ब्याज बढ़ा देगा। लोगों की कमर तो पहले ही महंगाई से टूट गई अब ब्याज बढ़ा तो जान पर आफत बन जाएगी।

सबसे ज्यादा आग ईंधन में लगी है  
पेट्रोल-डीजल और घरेलू गैस ने पूरी भारतीय अर्थव्यवस्था पर कुंडली मारकर बैठ गया है। इसकी कीमत लगातार बढ़ रही है। असर यह हो रहा है कि सबकुछ महंगा हो गया। प्रधानमंत्री जी, आपको निश्चित रूप से पता होगा कि अपने देश के कई शहरों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर का आंकड़ा पार कर चुका है। इस साल पिछले पांच महीने में घरेलू गैस के प्रति सिलेंडर में 140 रुपये तक का इजाफा हो चुका है। मोदी जी, इस पर काबू करने की मंशा प्रकट करें। आम जनता आपके लिए दुआ करेगी। दो माह में चार मई से पेट्रोल के दाम 34 बार और डीजल के 33 बार बढ़ाए गए हैं।

पेट्रोल 9 फीसदी और डीजल 10 फीसदी से ज्यादा महंगा
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि के कारण पिछले दो महीने में देश में पेट्रोल नौ प्रतिशत और डीजल 10 प्रतिशत से अधिक महंगा हुआ है।
भारत की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉपोर्रेशन के अनुसार, दिल्ली में जून में पेट्रोल का मूल्य 4.58 रुपये और डीजल की कीमत 4.03 रुपये बढ़ चुकी है। इससे पहले मई में भी पेट्रोल 3.83 रुपये और डीजल 4.42 रुपये महंगा हुआ था। इस प्रकार दो महीने में पेट्रोल 9.11 रुपये प्रति लीटर और डीजल 8.63 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है।

100 रुपये में एक लीटर पेट्रोल

कई राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, तमिलनाडु, केरल, बिहार, पंजाब और लद्दाख में पेट्रोल का खुदरा दाम 100 रुपये प्रति लीटर के पार हो गया है। गंगटोक में अब पेट्रोल 100.15 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है। इसी तरह मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे जैसे महानगरों में पेट्रोल पहले ही 100 रुपये प्रति लीटर के पार हो चुका है।

 जले पर नमक का छींटा है ईंधन पर टैक्स
सरकार, हम ईंधन पर लगनेवाले टैक्स से मरे जा रहे हैं।  दिल्ली की बात करें तो अंतिम आंकड़ों के अनुसार, पेट्रोल का मूल्य 96.66 रुपये प्रति लीटर था। इसमें रिफाइनरी से निकलने वाले पेट्रोल की कीमत 37.29 रुपये थी। औसतन 36 पैसे की परिवहन लागत के साथ पेट्रोल पंप मालिकों को पेट्रोल 37.65 रुपये प्रति लीटर मिला। डीलर को प्रति लीटर 3.80 रुपये का कमीशन मिलता है। अब देखिए टैक्स का खेल - इस पर केंद्र सरकार का 37.65 रुपये का उत्पाद शुल्क और राज्य सरकार का 22.31 रुपये का वैट जुड़ने के बाद कीमत 96.66 रुपये प्रति लीटर हो गई। 41.45 रुपये का पेट्रोल जनता को 96.66 रुपये में  मिल रहा है।

पांच महीनों में घरेलू गैस सिलेंडर का दाम 140 रुपये बढ़ा
प्रधानमंत्री जी, कितना दुखदाई है यह। पांच साल से आमदनी में कोई इजाफा नहीं है। दूसरी ओर महंगाई गुणात्मक ढंग से बढ़ रही है। घरेलू गैस सिलेंडर एक जुलाई से 834 रुपये में मिल रही है। घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में 1 जनवरी के बाद 140 रुपये की वृद्धि हई है। कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में 76 रुपये की वृद्धि के बाद दिल्ली में कीमत बढ़कर 1550 रुपये हो गई है। दुखी करनेवाली बात यह है कि सात महीनों में  प्रति सिलेंडर 240 रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। देखिए यह आंकड़ा -
सात माह में 240 रुपये बढ़े
30 नवंबर, 2020    594
01 दिसंबर, 2020    644
01 जनवरी, 2021    694
4 फरवरी, 2021    719
15 फरवरी, 2021    769
01 मार्च, 2021    819
01 जुलाई, 2021    834  

अगाह : और बोझ सहने के लिए रहें तैयार
आम उपभोक्ताओं को जुलाई में महंगाई का और बोझ सहने के लिए तैयार रहना होगा। दरअसल, कई उपभोक्ता कंपनियों ने उत्पादन लागत में बढ़ोतरी के बाद अपनी वस्तुओं की कीमत जुलाई से बढ़ाने का फैसला किया है। अल्युमिनियम, रबर,   स्टील, कॉपर, प्लास्टिक, रेयर मैटेरियल और अन्य कच्ची सामाग्रियों की कीमत में वृद्धि हुई है। इस वजह से टीवी, फ्रिज और एसी महंगे होंगे।

अमूल दूध 2 रुपये महंगा
अमूल ने भी उत्पादन लागत बढ़ने का हवाला देते हुए दूध की कीमतों को दो रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया है। अब दूसरे डेयरी कंपनियां भी अपने उत्पाद में वृद्धि करेंगी।

होंडा की कारें महंगी होंगी
जापान की वाहन कंपनी होंडा की योजना अगले महीने से भारत में अपने समूचे वाहनों की श्रृंखला के दाम बढ़ाने की है। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि इस्पात और बहुमूल्य धातुओं जैसे आवश्यक जिंसों के दाम बढ़ने की वजह की उसे यह कदम उठाना पड़ रहा है। आप क्या समझते हैं, इसका असर और दूसरी कार कंपनियों पर नहीं पड़ेगी। एक ही बाजार है तो निश्चित रूप से वाहन महंगे हो जाएंगे।

महंगाई के लिए उत्तरदायी तत्व
पेट्रोल और डीजल की दर पिछले छह महीने में 40 फीसदी तक बढ़ गई है। इसकी तुलना में माल ढुलाई की दरों में भी 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी है। डीजल से खेती की लागत भी बढ़ गई है। एक बीधा खेत की जुताई 35 फीसदी तक महंगी हुई है। टेम्पो और बस के भाड़े में 40 से 50 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।

विशेषज्ञ की राय
देश में महंगाई इस साल के अंत तक सताने वाली है। विशेषज्ञों की राय में महंगाई इस साल के अंत तक घटनी शुरू होगी और सब ठीक रहा तो नए साल से स्थिति बेहतर होगी क्योंकि कोरोना की दूसरी लहर से मांग और आपूर्ति बड़े स्तर पर प्रभावित हुई है।

कसे जा रहे तंज
कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि सरकार लोगों के घाव पर नमक छिड़क रही है। पिछले छह मौकों पर रसोई गैस की कीमतों में 240 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। उन्होंने कहा कि जब दाम बढ़ते हैं, तो 2014 के चुनाव प्रचार का नारा 'बहुत हुई महंगाई की मार' बहुत याद आता है।  इस बीच, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने ट्वीट कहा कि मोदी सरकार है, तो मुमकिन है। सवाल भी किया है कि क्या उज्जवला योजना के लाभार्थी 834 रुपये का सिलेंडर खरीद सकते हैं।


- तरुण कुमार कंचन

1 comment:

  1. महंगाई से देश की जनता परेशान है। उसे कैसे निजात मिलेगी। कोरोना दुश्मन पूरी तरह से हावी है।

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